राजस्व राज्यमंत्री ने किया बीकेटी तहसील का औचक निरीक्षण, अनुपस्थिति कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी
उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व राज्यमंत्री अनूप प्रधान गुरुवार को लगभग दस बजे अचानक बीकेटी तहसील पहुंच गए।तहसील के अधिकारियों को जब इसकी सूचना मिली तो उनके हाथ पैर फूल गये।तहसील पहुंचते ही श्री प्रधान ने सबसे पहले तहसील में अधिकारियों व कर्मचारियों का उपस्थिति रजिस्टर को जांचा,और जांच के दौरान जो भी कर्मचारी अनुपस्थिति पाए गए उनके विरुद्ध उन्होंने तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही कर्मचारियों को अपने समय पर तहसील आने के निर्देश दिए।इसके साथ ही उन्होंने तहसील में राजस्व अभिलेखों, साफ सफाई तथा अन्य कार्यों को सूक्ष्म रूप से देखा तथा उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिया कि जो अवस्थाएं यहां पर फैली हुई है उनको तुरंत ठीक किया जाए जिसके बाद उन्होंने निर्देश दिया की तहसील की प्रतिदिन साफ सफाई रखी जाए इसके अंतर्गत धारा-24 के अंतर्गत भूमि की पैमाइश निर्धारित समय पर ही की जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाएगा तो अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा इस कार्य की समीक्षा भी की जाएगी। यदि कोई कमी पाई गई तो संबंधित राजस्व निरीक्षक व लेखपाल जिम्मेदार होंगे।
इसके साथ ही उन्होंने मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि कोई किसान व ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर आता है, तो उसकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर सुनकर उसकी समस्या का तत्काल प्रभाव से निस्तारण समय पर किया जाय।यदि ऐसा नहीं किया जाता है, और किसान अपनी समस्या के निस्तारण के लिए यदि हमारे पास शिकायत करता है, तो उस अधिकारी व लेखपाल के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस संबंध में कोई भी हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इसके अलावा उन्होंने अधिवक्ताओं की समस्याओं को भी विस्तार से सुना।बीकेटी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लालता प्रसाद शुक्ला ने राजस्व राज्यमंत्री को बताया कि यहां पर अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते दाखिल ख़ारिज व धारा-24 के वादों में के निस्तारण में काफ़ी समय लगाया जा रहा है, जबकि वह वाद अविवादित हैं।जिसपर उन्होंने अधिवक्ताओं को आश्वासन देते हुए कहा कि अब ऐसा नहीं होगा।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि धारा-24 और दाखिल ख़ारिज के मामले अविवादित हैं तो उनको निर्धारित समय में ही तत्काल निस्तारण करें।वहीं उन्होंने तहसील समाधान दिवस का रजिस्टर का अवलोकन किया।जिसमें उनको शिकायतों के निस्तारण की गति धीमी दिखी, जिसपर उन्होंने तहसील के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिए कि फरियादियों की शिकायतों का निस्तारण भी निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण किया जाए, नहीं तो शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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