एलडीए की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई से आक्रोशित खरगापुर निवासी ,हजारों लोगों के लिए समस्या बनी एलडीए की दीवार 

 खरगापुर क्षेत्र के हजारो निवासियों के लिए एलडीए प्रशासन ने एक ख़ासी मुसीबत खड़ी कर दी है। गोमतीनगर विस्तार योजना के अंतर्गत लखनऊ नगर निगम में चिन्हित हो चुके इस घनी आबादी वाले क्षेत्र के मुख्य आवागमन मार्ग के बाधित होने से खरगापुर में रहने वाले लोगों का शेष महानगर से सम्पर्क पूरी तरह कट गया है। रेलवे लाइन के पास स्थित होने से अब खरगापुर क्षेत्र के लोगों को अपनी नौकरी पर जाने और यहां रहने वाले बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने की समस्याएं नागरिकों के सामने खड़ी हो चुकी है, इसे लेकर खरगापुर क्षेत्र की जनता में खासा आक्रोश देखा जा रहा हैं। इसी कड़ी में दीवार उठाकर करीब तीन हजार लोगों के आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया गया। जिसके बाद खरगापुर निवासियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई।

लखनऊ(आरएनएस)

बता दें, राजधानी के गोमतीनगर विस्तार सेक्टर पांच स्थित खरगापुर की गीतापुरी कालोनी में चार दिन पूर्व आम रास्ता बंद कर दिया गया। जबकि नगर निगम के अधीन आ चुकी इस कालोनी के लोगों का आवागमन के लिए यह रास्ता वर्षों से चल रहा था। रास्ता बंद करने के दौरान जब लोगों ने इसका विरोध शुरू किया तो एलडीए का आदेश बताकर दीवार उठा दी गई। गीतापुरी जनकल्याण समिति (गोमतीनगर जन कल्याण महासमिति से संबद्ध) व पटेल जन कल्याण सेवा समिति के पदाधिकारियों के साथ क्षेत्रीय प्रभावित निवासियों ने इस मामले में डीएम से लेकर सीएम तक गुहार लगाई है। वहीं लोगों का आरोप हैं, कि एलडीए कालोनी बनने के पूर्व से यहां के निवासी हमेशा से मकदूमपुर व मलेशेमऊ आने-जाने के लिए पहले इसी चकरोड और बाद में सीसी रोड का इस्तेमाल कर रहे थे।गौरतलब है, कि नगर निगम कालोनी खरगापुर-1 व गोमतीनगर विस्तार से होकर शहीद पथ को जोड़ने वाला यह एकमात्र आम रास्ता था, जिसे अचानक बंद कर दिया गया है। जबकि यह आरसीसी रोड पीडब्लूडी ने बनाई थी।खरगापुर कालोनी नगर निगम के तहत पोषित कालोनी है व जिसकी देखरेख नगर निगम द्वारा की जा रही है। उक्त सड़क नगर निगम के खरगापुर- 1 (केएच-1) क्षेत्र में आती थी। स्थानीय निवासियों का आरोप है, कि एलडीए कालोनी के कुछ लोग आम रास्ता बंद कर पार्किंग बनाने का षडयंत्र कर रहे हैं। जिससे क्षेत्र की करीब 3000 से अधिक की आबादी प्रभावित हो रही है।वहीं एलडीए ने बीते बुधवार को गोमतीनगर विस्तार का एक रास्ता दीवार उठकर बंद कर दिया। एलडीए अफसरों के मुताबिक विधानसभा में इसे लेकर सवाल उठा था। इस संदर्भ में यहां के स्थानीय निवासियों के अनुसार जिसमें विधानसभा की याचिका समिति के पत्र का हवाला दिया जा रहा है। उसमें जो स्थान चिन्हित किया जा रहा है या बताया जा रहा है वह स्थान सीएमएस स्कूल के दूसरी तरफ बताया जा रहा है। जबकि सीएमएस स्कूल दीवार खड़ी की गई जगह से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी है। इससे यह प्रतीत होता है कि इस मामले में अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ अतिक्रमण
करने वालों की मिलीभगत है। जबकि किसी भी समिति को आमजन के जीने और चलने के अधिकार से वंचित करने का ‌फरमान सुनाने का अधिकार संविधान भी नहीं देता। बिना दोनों पक्षों की सुनवाई किए एकतरफा पक्षपातपूर्ण कार्रवाई प्रतीत हो रही है।

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