यूपी विधान सभा चुनाव में निर्धारित खर्च सीमा का 47 प्रतिशत ही खर्च कर 393 बने विधायक

एसोसिएशन फॉंर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के 403 में से 393 नवनिर्वाचित विधायकों के चुनाव खर्च के विवरण का विश्लेषण किया है। 10 विधायकों के चुनाव खर्च के शपथपत्र स्पष्ट न होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं किया है। रिपोर्ट के अनुसार 393 में से 222 (56 प्रतिशत) विधयाकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव खर्च सीमा से 50 प्रतिशत से कम चुनाव खर्च घोषित किया हैं। 

 वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा के 393 विधायकों के चुनाव खर्च घोषणाओं के आधार पर, चुनावों में उनके द्वारा खर्च की गई औसत राशि 18.88 लाख रुपए है जो खर्च सीमा का 47 प्रतिशत है!अगर हम औसतन चुनाव खर्च दलवार की बात करें तो बीजेपी के 274 विधायकों का औसतन खर्च रू 21.08 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 52.7 प्रतिशत) है। सामाजवादी पार्टी के 109 विधायकों का औसत चुनाव खर्च रू 14.88 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 37.2 प्रतिशत) है, काग्रेंस के 2 विधायकों का औसत चुनाव खर्च रू 22.66 लाख ( चुनाव खर्च सीमा का 56.7 प्रतिशत) है और बहुजन समाज पार्टी  के 1 विधायक का चुनाव खर्च रू 9.43 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 23.6 प्रतिशत) है।चुनाव में अधिकतम खर्च घोषित करने वाले शीर्ष 3विधायकों की बात करें तो अपना दल (सोनेलाल) के जय कुमार सिंह जो जनपद फतेहपुर के बिन्दकी निर्वाचन क्षेत्र से विधायका हैं, जिन्होंने कुल चुनाव खर्च का 90 प्रतिशत पैसा चुनाव में खर्च किया, दूसरे स्थान पर जनपद जौनपुर के शाहगंज निर्वाचन क्षेत्र के रमेश है उन्हांेने ने भी 90 प्रतिशत पैसा चुनाव में खर्च किया है। वहीं तीसरे स्थान पर चन्दौली के सैयदराजा निर्वाचन क्षेत्र के सुशील सिंह हैं, जिन्होने 89 प्रतिशत कुल खर्च सीमा का किया है।यूपी इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स विश्लेषण किए गए 393 में से 319 (81 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकों के साथ सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर धन खर्च किया है और 74 (19 प्रतिशत) विधायकों ने घोषण की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकांे के साथ सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर कोई धन खर्च नहीं किया है। यूपी इलेक्शन वॉच द्वारा विश्लेषण किए गए 393 में से 374 ( (88 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होने स्टार प्रचारकों के बिना सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर धन खर्च किया है और 46 ((12 प्रतिशत ) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकों के बिना सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर कोई धन खर्च नहीं किया है।  254 ((65 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने  इलेक्टॉनिकध्प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार पर धन खर्च किया है और 139  (35 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होने  इलेक्ट्रानिक प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार पर कोई धन खर्च नहीं किया जायेगा।  यूपी इलेक्शन वॉच मुख्य संयोजक संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में चुनकर आये विधायकों ने अपनी निधार्रित खर्च सीमा से 47 प्रतिशत खर्च करके चुनाव जीत लिया है।

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