वन दरोगा की ऑनलाइन भर्ती प्रकरण में नकल करवाने वाले दो आरोपितों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

Uttarakhand Forest Inspector Recruitment : वन दरोगा की ऑनलाइन भर्ती प्रकरण में नकल करवाने वाले दो आरोपितों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में रविंदर लक्सर का रहने वाला है जबकि प्रशांत खानपुर निवासी है।

दोनों ने अभ्यर्थियों से चार लाख से पांच लाख रुपये लिए और उन्हें नकल करवाई। आरोपितों ने यह धनराशि आगे अपने साथियों को भिजवाई। वहीं एसटीएफ ऑनलाइन पेपर करवाने वाली एजेंसी के कर्मचारियों से लगातार पूछताछ कर रही है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है।

एसटीएफ की ओर से यूकेएसएसएसी पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) प्रकरण में अब तक तीन भर्तियों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं और तीनों में 36 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें स्नातक स्तर की परीक्षा में 34 जबकि वन रक्षक भर्ती में दो की गिरफ्तारी हो चुकी है।

भर्ती घोटाले के विरोध में युवाओं ने फूंकी डिग्रियों की प्रतियां

यूकेएसएसएससी पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) तथा विधानसभा में बैक डोर भर्ती के अलावा कई अन्य भर्तियों में हुए घोटाले के विरोध में लगातार आवाज उठ रही है। सोमवार को ऋषिकेश क्षेत्र के युवाओं ने भर्ती घोटालों के विरोध में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। युवाओं ने अपनी डिग्रियों की प्रतिलिपियां जलाकर रोष प्रकट किया।

युवाओं का यह आंदोलन कैसी बैनर के तले नहीं था, बल्कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बेरोजगार युवाओं ने इस कार्यक्रम को आयोजित किया। जिसमें बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा, परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले शिक्षक, अभिभावक तथा नागरिक भी शामिल हुए।

युवाओं ने त्रिवेणी घाट तक रैली निकाली।उनके हाथों में स्लोगन लिखी पट्टिकाएं भी थी, जिनमें भर्तियों को निरस्त करने, रिक्त पदों पर पारदर्शिता के साथ भर्ती करने तथा भर्तियों में भाई भतीजावाद बंद करने के संदेश लिखे हुए थे। युवाओं ने नेताओं और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हिमांशु रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भर्तियों में सामने आ रही धांधली ने युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। परीक्षाओं के नाम पर बेरोजगार युवाओं के साथ छलावा किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आज इस भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं ने स्वतःसपूर्त होकर अपनी आवाज को बुलंद करने का काम किया। उन्होंने विधानसभा में अवैध रूप से हुई भर्ती तत्काल प्रभाव से निरस्त करने तथा पारदर्शिता के साथ नई भर्ती करवाने की मांग की।

साथ ही अधिनस्थ चयन आयोग की संदिग्ध भर्तियों को निरस्त कर उसमें संलिप्त व्यक्तियों को दंड देने की मांग की। युवाओं ने संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर उत्तराखंड में भी परीक्षाओं की एक निर्धारित प्रणाली लागू करने की मांग की।

राजनीतिक दल तथा नेताओं के असंवेदनशील बयानों पर भी चिंता जताते हुए युवाओं ने उनसे माफी मांगने की मांग की है। प्रदर्शन में संजय सिरस्वाल, पंकज कपरुवांण, विजय आजाद, अभिषेक पाल, बृजेश कुमार, अंकुश काला, किरन, रविंद्र दत्त, अतुल ध्यानी आदि शामिल रहे।

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