देश की सीमा की सुरक्षा करते वक्त शाहीद हुए सात जवान का आज वायु सेना स्टेशन में किया गया माल्यार्पण समारोह

अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र में 8 फरवरी को देश की सीमा की सुरक्षा करते वक्त सात जवान शाहीद हो गए थे। बता दें कि ये जवान 6 फरवरी, को अरुणाचल प्रदेश में कामेंग सेक्टर के ऊंचाई वाले क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। दो दिन लापता रहने के बाद, अधिकारियों ने मंगलवार 8 फरवरी को उनके शव मिलने की बात बताई थी, जिसपर शहीद हुए सात भारतीय जवानों के प्रति राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने गहरा दुख व्यक्त किया था।

शहीद हुए 7 जवानों का माल्यार्पण समारोह

बर्फीले तूफानों के बीच अपनी ड्यूटी करते वक्त शहीद हुए सात जवानों के लिए भारतीय सेना ने आज माल्यार्पण समारोह आयोजित किया।

बात दें कि भारतीय सेना के हवलदार जुगल किशोर, आरएफएन अरुण कट्टल, आरएफएन अक्षय पठानिया, आरएफएन विशाल शर्मा, आरएफएन राकेश सिंह, आरएफएन अंकेश भारद्वाज और जीएनआर (टीए) गुरबाज सिंह का तेजपुर में आज वायु सेना स्टेशन में माल्यार्पण किया गया। इस समारोह में शहीद हुए 7 जवानों के प्रति सम्मान प्रकट किया गया।

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कैसे और कब यह हादसा

आपको बता दें कि दर्दनाक हादसा अरुणाचल प्रदेश के कामेंग सेक्टर में ऊंचाई वाले इलाके में 6 फरवरी को हुआ, जब जवान सीमावर्ती क्षेत्र में गश्त कर रहे थे तभी अचानक हिमस्खलन होने से वो उसमें बुरी तरह से फंस गए थे। इस घटना की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में सेना ने तलाशी और बचाव अभियान शुरू कर दिया था। जवानों को ढूंढने की कोशिश में बचाव कार्यो में दक्ष टीमों को बाहर से भी बुलाया गया। लेकिन 2 दिन की मशक्कत के बाद हिमस्खलन में फंसे सात जवानों के शव को भारतीय सेना ने स्थानीय पुलिस की मदद से बाहर निकाला। सेना ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उपरोक्त इलाके में मौसम बहुत खराब बना हुआ है। भारी हिमपात हो रहा है। आपको बता दें कि कामेंग क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश का पश्चिमी इलाका है। 

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