रूसी घेराबंदी और बमबारी के बीच तीन देशों के प्रधानमंत्री पहुंचे कीव, यूक्रेन को दिया समर्थन

रूसी घेराबंदी और बमबारी के बीच तीन देशों के प्रधानमंत्री पहुंचे कीव, यूक्रेन को दिया समर्थन
यूक्रेन पर रूस के हमले के 20वें दिन यूरोपीय संघ के देशों ने यूक्रेन के प्रति खुला समर्थन जाहिर किया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी युद्धग्रस्त देश में दूसरे देश के प्रधानमंत्री दौरा करें। यूरोपीय संघ के तीन सदस्य देशों के प्रधानमंत्रियों ने यूक्रेन का दौरा किया और रूसी हमले के बीच यूक्रेन के साथ खड़े होने का मैसेज दिया। गौरतलब है कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के ऊपर हमला किया था और पिछले 20 दिन से भारी गोलीबारी जारी है।
कीव और आसपास के इलाकों में रूस की ओर से जारी बमबारी के बीच सुरक्षा को किनारे रखकर तीनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने करीब 3 घंटे कीव में गुजारे। पोलैंड के प्रधान मंत्री माटुस्ज़ मोराविकी ने शाम को फेसबुक पर कहा कि वे और चेक के साथ स्लोवेनियाई नेता कीव में थे। मोराविकी ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमले के चलते दुनिया ने अपनी सुरक्षा की भावना खो दी है और निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं, वे अपनी सारी संपत्ति खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस त्रासदी को रोकना चाहिए, यही कारण है कि हम कीव में थे।

तीनों देशों के प्रधानमंत्रियों की ये यात्रा यूक्रेन के लिए समर्थन का एक मजबूत प्रतीक था, जबकि पोलैंड से कीव तक की लंबी यात्रा ने यह भी संकेत दिया कि अधिकांश यूक्रेन अभी भी जेलेंस्की के हाथों में है। पोलैंड के नेताओं ने चेक गणराज्य के प्रधान मंत्री पेट्र फियाला और स्लोवेनिया के पीएम जेनेज़ जानसा के साथ मिलकर कहा कि वे यूरोपीय संघ के मिशन पर थे।
स्लोवेनिया के पीएम जेनेज जानसा ने कहा कि यूक्रेन एक यूरोपीय देश है जो यूरोपीय संघ में स्वीकार किए जाने का हकदार है। बता दें कि तीन प्रधानमंत्रियों ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की ओर से यूरोपीय संसद में भावनात्मक अपील करने के दो सप्ताह बाद की है।
जानसा ने ट्वीट किया, न केवल एक क्षेत्र के रूप में अपनी मातृभूमि और यूरोप की रक्षा करने के लिए, बल्कि यूरोपीय मूल्यों और हमारे जीवन के तरीके की रक्षा के लिए धन्यवाद। आपकी लड़ाई हमारी लड़ाई है और हम साथ मिलकर जीतेंगे।
वहीं, मोराविकी ने फेसबुक पर लिखा कि इस यात्रा पर यूरोपीय संघ ने सहमति जताई थी और संयुक्त राष्ट्र को भी सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग से इस यात्रा के बारे में पूछा गया था, तो उन्होंने इसका पूरी तरह से समर्थन नहीं किया। स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि नाटो देशों के नेता, यूरोपीय सदस्य राज्यों के नेता, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ निकटता से जुड़ रहे हैं।

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