डिप्टी सीएम केशव प्रसाद के निर्देश पर मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सुरक्षित खाद्य व भोज्य पदार्थों को ग्रहण करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। असुरक्षित खाद्य सामग्री लेने से तमाम तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। आगे कहा कि विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के उद्देश्यों की जानकारी जन जन को दी जाय। इस क्रम में बुधवार को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के तत्वावधान में रीजनल फूड रिसर्च एण्ड एनालिसिस सेण्टर (आर-फ्रैक) लखनऊ द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर में एक विशेष समारोह आयोजित हुआ। 

लखनऊ (आरएनएस )

कार्यशाला में बड़ी संख्या में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूह एनजीओ, विभिन्न विवि व संस्थानों बुन्देल खण्ड विश्वविद्यालय, झांसी, इन्टीग्रल विश्वविद्यालय लखनऊ, बाबा भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, एसएचएटी, इलाहाबाद, बीबीडी विश्वविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय, एमटी यूनिवर्सिटी, राम स्वरूप विश्वविद्यालय से आये हुए विद्यार्थियों के अतिरिक्त वैज्ञानिकों तथा केन्द्र के कर्मचारियों ने भाग लिया।
निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डॉ. आरके तोमर ने विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर यह शपथ दिलायी गयी कि हम दूषित भोजन से दूर रहे और समाज को प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि असुरक्षित भोजन विशेष कर शिशुओं, छोटे बच्चों व बुजुर्गाे को प्रभावित करता है। डॉ. चौहान ने कहा कि दुनिया में अनुमानित 600 मिलियन लोग, अर्थात 10 में से एक व्यक्ति दूषित भोजन खाने के बाद बीमार पड़ जाते हैं, तथा 4 लाख से अधिक लोग मृत्यु के शिकार हो जाते हैं। एनबीआरआई के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. एकेएस रावत ने बाजार में उपलब्ध सब्जियों व फलों तथा अन्य खाद्य सामाग्री में कृत्रिम रंगों तथा कीटनाशकों के बहुतायत प्रयोग के प्रति लोगों को सचेत रहने की सलाह दी। 

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