सपा का पैदल मार्च पुलिस ने रोका, अखिलेश ने विधायकों के साथ सड़क पर दिया धरना

सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन पैदल मार्च पर निकले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत विधायकों को सड़क पर बैठकर धरना देना पड़ा। सपा प्रवक्ता के अनुसार बेरोजगारी, महंगाई और महिलाओं के शोषण के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरे थे। विधानसभा तक पहुंचने से पहले पुलिस ने उन्हें रोक लिया। यहां सपा के विधायक और कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई।

लखनऊ (आरएनएस)

पुलिस के मुताबिक सपा नेताओं ने तय रूट को फॉलो नहीं किया था। अखिलेश अपने आवास के पास ही सड़क पर बैठ गए हैं। यही धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया। करीब डेढ़ घंटे चले धरने के बाद अखिलेश अपने कार्यालय के लिए लौट गए। अब यहां आगे के प्रदर्शन की रणनीति तैयार की जा रही है। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा यूपी में योगी सरकार को दोबारा मौका मिला है। मगर सड़क पर हर तरफ गड्‌ढे हैं। बाढ़, जलभराव से किसान परेशान है। कुछ हिस्सों में सूखा पड़ा है। किसानों को राहत नहीं दी गई है। बड़े पैमाने पर जानवर बीमारी से मर रहे है। लंपी वायरस की वजह से हजारों गाय की मौत हो चुकी है। मगर सरकार नहीं सुन रही है। महंगाई देखिए कितनी हो गई है। दूध-दही पर जीएसटी लगा दी है। खाने-पीने की चीजें महंगी होती जा रही है। नौकरी नहीं दे पा रहे हैं। प्राइवेटलाइजेशन करना कोई विकल्प नहीं होता। कोई ऐसा विभाग नहीं, जो सरकार बेच न रही हो। उन्होंने कहा,एक सेना ही बची थी, लेकिन कोरोना में अग्निवीर लेकर आ गए हैं। बिजली महंगी हो चुकी है। इसलिए सपा विधायक धरना देना चाहते थे। सरकार ने रोक दिया। आज हम पैदल फिर निकले थे। मगर सरकार ने फिर रोक लिया। ये कैसी सरकार है। इतने वरिष्ठ नेताओं को सदन में ही जाने देना चाहती है। सरकार हर मुद्दे पर असफल है, इसलिए सरकार नहीं चाहती कि हम वहां पहुंचे और जनता के आवाज उठाए।
मानसून सत्र श्रद्धांजलि के बाद स्थगित हुआ
मानसून सत्र पहले दिन श्रद्धांजलि सभा के स्थगित कर दिया गया है। जिस वक्त सपा नेता सड़क पर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। विधानसभा में मानसून सत्र की कार्रवाई चल रही थी। यहां कोरोना काल में मरने वाले विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई। लखीमपुर खीरी की गोला सीट से विधायक अरविंद गिरि के राजनीतिक कॅरियर पर मत्स्य मंत्री संजय निषाद बोले। इसके बाद मानसून सत्र को स्थगित कर दिया गया। सदन से बाहर आने के बाद अखिलेश के प्रदर्शन पर सीएम योगी ने कहा, किसी भी दल को या किसी भी व्यक्ति को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने में कोई बुराई नहीं है। अगर अखिलेश ने नियम अनुसार पुलिस से परमिशन मांगी होगी तो उन्हें जरूर मिलेगी। सपा से उम्मीद करना कि वो किसी नियम या शिष्टाचार को मानेंगे। ये एक कपोल कल्पना ही है।

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