बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा ,कहा-भ्रष्टाचार पर बोलने का अधिकार नही
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हर कदम पर घोटाला किया है और उसके पास भ्रष्टाचार पर बोलने का कोई नैतिक अधिकारी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्य की हमेशा जीत होगी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए, कहा कि कांग्रेस ने हर कदम पर घोटाला किया है और उसके पास भ्रष्टाचार पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कर्नाटक विधानमंडल के 10 दिवसीय संयुक्त सत्र के समापन पर मीडियाकर्मियों से उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के भ्रष्टाचार पर एक पुस्तक का विमोचन किया था और कांग्रेस भ्रष्ट होने के बाद भी भ्रष्टाचार पर अभियान चला रही है।’
सत्य की हमेशा जीत होती
मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्य की हमेशा जीत होती है और बिना किसी सबूत के बात करने का रवैया ज्यादा दिन नहीं चलेगा। बोम्मई ने कहा कि ठेकेदार संघ द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर डिटेल्स में जवाब दिया गया है। कांग्रेस को लगता है कि एक बात को बार-बार दोहराने से सच हो जाएगा लेकिन वह समय चला गया है। लोगों को पता है कि क्या सच है। ठेकेदार संघ ने एक साल पहले एक पत्र लिखा था, जिसमें शिकायत के साथ सबूत भी दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता बोल चुके हैं भ्रष्टाचार की बात
बोम्मई ने कहा कि राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार और अन्य ने कहा है कि कई घोटाले हुए और कांग्रेस नेताओं ने खुद इसके बारे में बात की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दो पदाधिकारियों ने पार्टी कार्यालय में भ्रष्टाचार की बात कही थी और वही न्यूज चैनलों में दिखाया गया था। लेकिन इसपर कांग्रेस नेताओं ने जवाब नहीं दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहस के दौरान उनके पास जो भी जानकारी और सबूत हैं, उन्हें सामने लाना चाहिए।
आरोपों पर सबूत पेश करें कांग्रेस
मुख्यमंत्री ने ठेकेदार संघ के आरोपों पर कहा कि इसके पीछे कांग्रेस का हाथ था। उन्होंने कहा कि सरकार इस संबंध शिकायत दर्ज होने पर जांच कराने के लिए तैयार है। बोम्मई ने कहा, ‘जस्टिस केम्पन्ना पहले ही रिपोर्ट दे चुके हैं, जिस पर चर्चा की जरूरत है। लेकिन ठेकेदार संघ के अध्यक्ष केम्पन्ना कोई सबूत नहीं दे पाए। आने वाले दिनों में लोग दोनों के बीच के अंतर को समझेंगे। ठेकेदार संघ के अध्यक्ष केम्पन्ना सभी दस्तावेजों को अदालत को सौंप दें और फिर सरकार आगे की कार्रवाई तय करेगी।’