राम मंदिर के निर्माण में भाजपा के नेताओं ने घोटाला किया : संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी ने भी माना कि प्रभु श्री राम मंदिर के निर्माण में भाजपा के नेता हज़ारों करोड़ का घोटाला कर रहे हैं। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में भाजपा द्वारा हजारों करोड़ के घोटाले का खुलासा करने पर योगी सरकार ने मुझ पर राष्ट्रद्रोह का मुक़दमा किया। लेकिन घोटाला करने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। मैंने सीएम योगी आदित्यनाथ को बार-बार बताया और हज़ारों साक्ष्य दिये लेकिन उन्होंने ज़मीन लुटने दी, क्योंकि लूटने वाले भाजपा के नेता हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की आस्था भगवान श्री राम में नहीं भ्रष्टाचार में है। इस देश के लोगों को अब भाजपा शर्म आती है।
क्या भाजपा के लोग इसलिए मंदिर आंदोलन कर रहे थे कि श्री राम मंदिर के पास ज़मीनें बेच-बेच कर पैसा कमाएंगे पुणे संजय सिंह ने आज पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। संजय सिंह ने कहा कि पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से मैं लगातार कह रहा था कि प्रभु श्री राम के नाम पर जमीन का घोटाला हो रहा है। इस खेल में भारतीय जनता पार्टी के बड़े बड़े नेता शामिल हैं। इसके के बावजूद मुझ पर मुकदमे लिखे जाते रहे और मेरे ऊपर राष्ट्रद्रोह लगाया जाता रहा। एक दिन में आदित्यनाथ सरकार ने 9-9 एफआईआर की। मेरे ऊपर कुल 23 एफआईआर की गईं। लेकिन मैं जिन लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहा था उन पर कोई कार्रवाई नहीं गई। संजय सिंह ने 24 जून 2021 का पत्र दिखाते हुए हुए कहा कि इस पत्र में पहला आरोपी ऋषिकेश उपाध्याय, भारतीय जनता पार्टी के मेयर हैं। इसके अलावा सुल्तान अंसारी और उसके परिवार का नाम लिया था। नगर कोतवाल को एफआईआर दर्ज करने के लिए कई आरोपियों के नाम दिए थे। इसमें कहा था कि यह लोग जमीन का घोटाला कर रहे हैं। मैंने प्रमाण सहित बताया था कि किस प्रकार से 5 मिनट के अंदर दो करोड़ की जमीन 18.5 करोड़ रुपए में ट्रस्ट के द्वारा खरीदी गई। बड़ी मजेदार बात यह थी कि भारतीय जनता पार्टी के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय जमीन बेचने और खरीदने वाले में भी गवाह थे। ट्रस्ट के मेंबर अनिल मिश्रा जमीन खरीदने और बेचने वाले में गवाह थे। यह घोटाला मैंने खोला था और इसमें कहा था कि एफआईआर दर्ज करो। इन लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई बल्कि मेरे ऊपर हुई। मेरे ऊपर लगातार अलग-अलग मामलों में मुकदमे हुए।संजय सिंह ने कहा कि अयोध्या से भारतीय जनता पार्टी के सांसद लल्लू सिंह ने 31 जुलाई 2022 को चि_ी लिखी है। इस चि_ी में वही सारे आरोप लगाए हैं। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने जमथरा माझा इलाके को ग्रीन बेल्ट घोषित किया है। वहां कोई निर्माण कार्य नहीं हो सकता। यह प्रभु श्री राम के मंदिर के 1 किलोमीटर के आसपास का इलाका है। उस ग्रीन बेल्ट में जमीन खरीद-खरीद कर अवैध कालोनियां बनाई जा रही हैं। इस बात को हंगामा करने और 1 साल से अधिक की लंबी लड़ाई लडऩे के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण ने माना है और 40 लोगों की सूची जारी की है। इसमें अयोध्या विकास प्राधिकरण क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग एवं कॉलोनियों के निर्माण करने वाले कर हजारों करोड़ का घोटाला करने वालों के नाम हैं। इसमें पहला नाम भारतीय जनता पार्टी के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का है। इसके अलावा अयोध्या के नगर के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता का नाम है। इसमें तीसरा नाम भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, सुल्तान अंसारी, नन्हे मियां, बन्ने खान का नाम है।
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