भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय हिंद के गगनभेदी नारों से गुंजायमान हुई वैष्णव नगरी व हनुमानगढ़ी से नागा साधुओं ने निकाली तिरंगा यात्रा

भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या की हृदय स्थली हनुमानगढ़ी से भव्य तिरंगा यात्रा निकली, जो नयाघाट तक गई। तिरंगा यात्रा में भारत माता की जय वंदे मातरम जय हिंद के गगनभेदी नारों से गुंजायमान हो उठी। यह मौका था आजादी के अमृत महोत्सव का जब देश को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे होने वाले हैं और कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से आवाहन किया था कि 13 तारीख से 15 तारीख शाम 5 बजे तक हर देशवासी अपने घर पर तिरंगा लगाए।

अयोध्या (आरएनएस)

इसी की अलख जगाने के लिए अयोध्या की सड़कों पर हजारों की संख्या में नागा साधु संत निकले और पूरी राम नगरी वंदे मातरम से गुंजायमान होगी। हनुमानगढ़ी से शाम 4 बजे संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास महाराज की अगुवाई में तिरंगा यात्रा निकली जिसका समापन नयाघाट पर हुआ। तिरंगा यात्रा को सम्बोधित करते हुए संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास ने कहा कि देश के युवाओं में भक्ति के साथ राष्ट्रभक्ति भी रहे राम मंदिर निर्माण के साथ राष्ट्रीय भक्ति के प्रति युवाओं से लेकर हर वर्ग के लोग प्रेरित हुए हैं जो आज देखने को मिल रहा है अयोध्या से निकली है तिरंगा यात्रा देश नहीं पूरे विश्व के लिए संदेश है। विश्व की आदि नगरी अयोध्या रही है अयोध्या से विश्व के लिए संदेश जाता रहा है उसी संदेश को देने के लिए अयोध्यावासी साधु संत और वृद्ध समाज के लोग और नन्हे मुन्ने छात्र यात्रा में शामिल हुए हैं। यात्रा के संयोजक संकट मोचन सेना के कार्यवाहक अध्यक्ष वरिष्ठ पुजारी हेमंत दास ने कहा कि पूरे देश में तिरंगा यात्रा चल रही है अयोध्या में भी ऐसे महान क्रांतिकारी संत हुए हैं जिन्होंने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उसकी स्मृति युवाओं में जागृत करने के लिए हनुमानगढ़ी से नयाघाट तक तिरंगा यात्रा निकाली गई है तिरंगा यात्रा में पूज्य संत समाज के लोग स्थानीय निवासी और गृहस्थ बंधु शामिल हुए। गद्दीनशीन के शिष्य हनुमत संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. महेश दास ने कहा कि तिरंगा यात्रा में जिस प्रकार से अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है उसमें साधु संत भी बढ़-चढ़कर भूमिका निभा रहे हैं हमारे संत महंत राष्ट्र को संदेश देने का काम कर रहे हैं कि हम लोग राष्ट्र प्रेम से प्रेरित होकर राष्ट्र के प्रति समर्पित हैं उसी समर्पण को व्यक्त करने के लिए 2 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है जिसमें दो हजार राष्ट्रभक्त भाग ले रहे हैं संत समाज पूरे राष्ट्र को संदेश देने का काम कर रहे हैं संत भी राष्ट्र के प्रति कटिबद्ध है। हरिद्धारी पट्टी के महंत मुरलीदास महाराज ने कहा कि राष्ट्रध्वज हमारी आन बान शान है हमारा तिरंगा शान से लहराता रहे इसीलिए आज साधु संत महात्मा इस यात्रा को प्रतिबद्ध होकर कार्य करें हम अपने तिरंगे को आन बान शान के प्रतीक तौर पर मानते हैं और उसको अमृत्व प्रदान करना ही अमृत महोत्सव है। इस मौके पर मुख्य रूप से महंत मुरली दास, महंत माधव दास, महंत सुरेंद्र दास, महंत रामशंकर दास, महंत सरोज दास, गद्दी नशीन के शिष्य डॉ महेश दास, महंत जनार्दन दास, महंत मनीष दास, महंत दिलीप दास, महंत इंद्रदेव दास, बाल योगी महंत रामदास, वरिष्ठ पुजारी हेमंत दास, राजेश पहलवान,अभिषेक दास, कृष्ण कांत दास, अंकित दास, शिवम श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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